रविवार, 24 दिसंबर 2017

अज्ञात भय

अब डर अधिक लगता है ,
अज्ञात भय।
पहले ईश्वर के साथ साथ पिता के होने से
बिंदास रह लेता था ।
अब पिता नहीं है
और ईश्वर का पता नहीं ।

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