कितनी सारी पीड़ा
लिखकर ,
व्यक्त कर हम बहा सकते हैं ।
माँ
ऐसा भी नहीं कर पाती ।
वो अवेर लेती है ।
और हमें लगता है
समय सब ठीक कर देता है ।
लिखकर ,
व्यक्त कर हम बहा सकते हैं ।
माँ
ऐसा भी नहीं कर पाती ।
वो अवेर लेती है ।
और हमें लगता है
समय सब ठीक कर देता है ।
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