सोमवार, 5 फ़रवरी 2018

प्रतीक्षा है ..

प्रतीक्षा है ..
जब बेटी ने पूछा था बब्बा से
मृत्यु पश्चात कहाँ जाते हैं हम ?
उत्तर था , ये तो उसके बाद ही जाना जा सकता है ।
किन्तु कहा नहीं था
कि ये तो उसके बाद ही बताया जा सकता है ।
निश्चित हुआ कि
जाना जा चुका है ..
ये तय न था, न है कि
बताया जाएगा ...

फिर भी उत्तर की प्रतीक्षा में है बेटी
मैं इस इन्तजार में कि
जानी हुई हर चीज पिता ने बताई है
ये भी बताएंगे ..

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